
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिका के सामने सफाई दी है और भारत पर दबाव बनाने को कहा है कि पाकिस्तान के खिलाफ बयान न दे. शहबाज शरीफ के इस आग्रह पर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि यूएस आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का सहयोग करेगा और पाकिस्तान को पहलगाम हमले की जांच में भारत का साथ देना चाहिए.
शहबाज शरीफ ने मार्को रुबियो के सामने दावा किया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान 90 हजार से ज्यादा लोगों की कुर्बानी दे चुका है, जबकि डेढ़ अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान उठा चुका है. मार्को रुबियो ने बुधवार (30 अप्रैल, 2025) को भारत पाकिस्तान में तनाव के बीच विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और शहबाज शरीफ से अलग-अलग बात की.
मार्को रुबियो ने दोनों देशों से संयंम बरतने का आग्रह किया, साथ ही आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ सहयोग की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की. जयशंकर के साथ अपनी बातचीत में रुबियो ने पहलगाम में हुए भयावह आतंकवादी हमले में लोगों के मारे जाने पर दुख व्यक्त किया. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता टैमी ब्रूस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि मार्को रुबियो ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ सहयोग में अमेरिका की प्रतिबद्धता की पुष्टि की. उन्होंने दक्षिण एशिया में तनाव कम करने और शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए भारत को पाकिस्तान के साथ काम करने को भी कहा.’
रुबियो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ बातचीत में पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले की निंदा करने की आवश्यकता पर बल दिया और इस अमानवीय हमले की जांच में पाकिस्तानी अधिकारियों से सहयोग का आग्रह किया. उन्होंने पाकिस्तान को तनाव कम करने, सीधे संचार को फिर से स्थापित करने और दक्षिण एशिया में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए भारत के साथ काम करने का आग्रह किया.
रुबियो और शहबाज शरीफ ने आतंकवादियों को हिंसा के जघन्य कृत्य के लिए जवाबदेह ठहराने की अपनी निरंतर प्रतिबद्धता की पुष्टि की. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि शहबाज शरीफ ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद दक्षिण एशिया में हाल के घटनाक्रमों के बारे में पाकिस्तान के दृष्टिकोण से अमेरिकी विदेश मंत्री को अवगत कराया.
विज्ञप्ति में कहा गया है कि शहबाज शरीफ ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में पाकिस्तान के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला और दावा किया कि देश में (आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में) 90,000 से अधिक लोगों की जान कुर्बान हुई है और 152 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का आर्थिक नुकसान हुआ है.’
शहबाज शरीफ ने पहलगाम हमले में पाकिस्तान के शामिल होने के आरोपों को भी खारिज किया और निष्पक्ष जांच के लिए पाकिस्तान के आह्वान को दोहराया. उन्होंने अमेरिका से भारत पर दबाव डालने का भी आग्रह किया कि उसके खिलाफ बयान न दे.
शहबाज शरीफ ने सिंधु जल संधि का भी जिक्र किया, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि यह 24 करोड़ लोगों की जीवन रेखा है. उन्होंने दावा किया कि इसमें किसी भी पक्ष की ओर से एकतरफा वापसी का कोई प्रावधान नहीं है. पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को सीमित कर दिया और 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करने और अटारी भूमि-पारगमन चौकी को तत्काल बंद करने सहित कई कदमों की घोषणा की. पहलगाम आतंकवादी हमला 2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला है.
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